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सांसद रामजीलाल सुमन के घर अटैक मामले में ओकेंद्र राणा की मुश्किल बढ़ी, करणी सेना चीफ सहित 10 होंगे गिरफ्तार

समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के निवास पर हुए हमले में ओकेंद्र राणा का नाम पुलिस जांच में सामने आया है। जांच अधिकारी ने ओकेंद्र राणा समेत 10 व्यक्तियों को आरोपी बनाया है। 26 मार्च को ओकेंद्र राणा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सांसद के घर पर हमला किया था।

ओकेंद्र राणा
ओकेंद्र राणा

आगरा: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हमले के आरोप में क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा की परेशानियां बढ़ गई हैं। पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए विवेचक ने ओकेंद्र राणा समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए गैर जमानती वारंट की मांग की गई थी, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। पुलिस ने सभी आरोपियों को नोटिस जारी किए हैं और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।


राणा सांगा के बयान के बाद रामजीलाल सुमन के खिलाफ क्षत्रिय समाज का विरोध प्रदर्शन

राणा सांगा के बयान के बाद सांसद रामजीलाल सुमन का क्षत्रिय समाज द्वारा विभिन्न स्थानों पर विरोध किया गया था। 26 मार्च को क्षत्रिय करणी सेना के ओकेंद्र राणा ने बड़ी संख्या में रामजीलाल सुमन के घर एचआईजी कॉलोनी, थाना हरीपर्वत पर हमला किया। उपद्रवी गाड़ियों में सवार होकर आए थे और उन्होंने संजय प्लेस पर पुलिस के बैरियर तोड़ दिए। इसके बाद वे गाड़ियों के साथ एचआईजी कॉलोनी में प्रवेश कर गए।


ओकेंद्र राणा के समर्थकों द्वारा सांसद के घर में तोड़फोड़ और उपद्रव

26 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीआईसी मैदान में सभा आयोजित की जा रही थी। उसी दौरान ओकेंद्र राणा ने अपने समर्थकों के साथ सांसद के घर में तोड़फोड़ की थी। दरवाजों, खिड़कियों और फर्नीचर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। कॉलोनी में खड़ी गाड़ियों के शीशे तोड़कर उन्हें चकनाचूर कर दिया गया। इस दौरान, सांसद के बेटे और पूर्व विधायक रणजीत सिंह सुमन ने स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए एक अन्य घर में शरण ली थी। इसके पश्चात, पुलिस ने उपद्रवियों को बल प्रयोग कर तितर-बितर किया।


सांसद निवास पर अशांति: पुलिस हस्तक्षेप और राजनीतिक दबाव के बीच दर्ज हुई शिकायत

सांसद के निवास पर कई घंटे तक अशांति का माहौल बना रहा। डीसीपी सिटी सोनम कुमार के फोर्स के साथ पहुंचने पर ही उपद्रवियों को खदेड़ा गया। इसके पश्चात, सांसद रामजीलाल सुमन के पुत्र रणजीत सुमन ने थाना हरीपर्वत में शिकायत दर्ज कराई। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने भी अपनी ओर से मामला दर्ज किया। कुछ उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उन्हें रात में ही रिहा कर दिया गया। रणजीत सुमन की शिकायत में लूट का भी आरोप था, लेकिन जांच अधिकारी ने लूट की धाराएं हटा दी हैं।


जानलेवा हमले के आरोप में कई व्यक्तियों पर मामला दर्ज, लूटपाट साबित नहीं

रणजीत सुमन की शिकायत में जानलेवा हमले और लूटपाट का आरोप लगाया गया था, लेकिन जांच में लूटपाट की घटना साबित नहीं हो पाई। पुलिस ने जानलेवा हमला, मारपीट, तोड़फोड़, बलवा समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मुकदमों में ओकेंद्र राणा, योगेंद्र, संदीप परमार, मोहित सिकरवार, शिवम, दीपक सिसोदिया, अभिजीत सिकरवार, विनय, और राहुल को आरोपी बनाया गया है। इन सभी धाराओं में 7 साल से कम की सजा का प्रावधान है। पुलिस बिना गिरफ्तारी के चार्जशीट दाखिल कर सकती है। फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है।

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