बीजेपी और AAP के वोट शेयर में महज दो प्रतिशत का अंतर, लेकिन सीटों में 40 का... दिल्ली चुनाव में असली खेला तो ये था!
- Deepak Singh Sisodia
- Feb 9
- 2 min read
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भारी बहुमत प्राप्त हुआ है। बीजेपी ने 45.56% वोट हासिल किए, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को 43.57% वोट मिले। कांग्रेस का वोट शेयर थोड़ा बढ़ा, लेकिन वह इस बढ़त का लाभ उठाने में असमर्थ रही।

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भारी बहुमत प्राप्त हुआ है। लंबे समय के बाद, दो दशकों में, पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। हालांकि बीजेपी को आम आदमी पार्टी की तुलना में दोगुने से अधिक सीटें मिली हैं, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर में केवल दो प्रतिशत का अंतर है। चुनाव में बीजेपी को 45.56% वोट प्राप्त हुए, जबकि आम आदमी पार्टी को 43.57% वोट शेयर मिला। इस प्रकार, मात्र 2 प्रतिशत वोट शेयर के अंतर ने बीजेपी को पिछले चुनाव की तुलना में 40 सीटें अधिक दिला दीं।
माइक्रो मैनेजमेंट में बीजेपी की बढ़त और कांग्रेस की विफलता
यह दर्शाता है कि माइक्रो मैनेजमेंट के मामले में बीजेपी अपने प्रतिद्वंद्वी से काफी आगे निकल गई है। दूसरी ओर, कांग्रेस का वोट शेयर पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में दो प्रतिशत बढ़ा, लेकिन वह इसका लाभ नहीं उठा सकी। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 5 फरवरी को हुए मतदान में बीजेपी को 45.56 प्रतिशत और आप को 43.57 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। हालांकि, सीटों की संख्या में 48 का आंकड़ा हासिल कर बीजेपी ने बड़ी बढ़त बना ली। वहीं, विधानसभा की 70 सीटों में से 'आप' को 22 सीटें मिलीं।

2020 के चुनावों में 'आप' की जीत और भाजपा के बढ़ते मत प्रतिशत का विश्लेषण
वर्ष 2020 के चुनावों में 'आप' ने 53.57 प्रतिशत मत प्राप्त कर 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा को 38.51 प्रतिशत मत के साथ आठ सीटें मिली थीं। इस बार भाजपा के मत प्रतिशत में लगभग आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि 'आप' को 10 प्रतिशत की हानि हुई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लगातार तीसरी हार
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 70 में से 66 सीटों पर तीसरे स्थान पर रही। कस्तूरबा नगर में इसके प्रत्याशी अभिषेक दत्ता दूसरे स्थान पर रहे और 11,048 मतों से भाजपा के नीरज बसोया से पराजित हो गए। इस सीट पर 'आप' तीसरे स्थान पर रही। महरौली, मुस्ताफाबाद और ओखला में कांग्रेस चौथे स्थान पर रही। कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में कोई सीट नहीं जीत सकी है। वर्ष 2020 में 4.26 प्रतिशत वोट लेकर कांग्रेस 62 सीटों पर तीसरे और चार सीटों पर चौथे स्थान पर रही थी। वर्ष 2015 में उसका वोट शेयर 9.71 प्रतिशत था।
दिल्ली चुनावों में 'आप' और बीजेपी के मत प्रतिशत का तुलनात्मक विश्लेषण
वर्ष 2015 में 'आप' को 54.59 प्रतिशत और 2013 में 29.64 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। दूसरी ओर, बीजेपी को इन दोनों चुनावों में क्रमशः 32.78 प्रतिशत और 34.12 प्रतिशत मत मिले।




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