पानीपत में 2 हजार बुनकरों को दिया झांसा, फिर करवाए 15 करोड़ निवेश; पैसे रिटर्न करने के समय ऑफिस बंद कर हुए फरार
- Deepak Singh Sisodia
- May 27
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पानीपत में ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड पर पश्चिम बंगाल के दो हजार बुनकरों से 15 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया गया है। कंपनी ने बुनकरों को आकर्षक ब्याज का प्रलोभन देकर निवेश कराया और बाद में फरार हो गई। बुनकरों ने जिला सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। डीएसपी हेड क्वार्टर ने इस मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं।

पानीपत: पानीपत में निवेश के माध्यम से अच्छे मुनाफे का प्रलोभन देकर ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड पर बंगाल के दो हजार बुनकरों से 15 करोड़ रुपये की ठगी के आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि कंपनी हजारों लोगों के धन के साथ फरार हो गई है।
बुनकरों ने सोमवार को जिला सचिवालय में प्रदर्शन किया और समाधान शिविर में उपायुक्त वीरेंद्र दहिया को शिकायत सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस पर डीएसपी हेड क्वार्टर सतीश वत्स ने स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के इंचार्ज को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बंगाली मजदूरों के साथ निवेश धोखाधड़ी का खुलासा
आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले से पानीपत आए बुनकर लंबे समय से दिहाड़ी मजदूरी कर रहे हैं। लगभग चार वर्ष पहले, कोलकाता की ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड कंपनी और इसके अधीनस्थ ट्राइरिम म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड के प्रमुख एजेंट मुहम्मद जमील, मैनेजर ताहिर, और कर्मतुल्ला ने आकर्षक ब्याज दरों और निवेश की सुरक्षा की व्यक्तिगत गारंटी देकर लगभग दो हजार बंगाली मजदूरों के बचत खाते खोल दिए।
15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी: निवेशकों के पैसे लेकर फरार हुई कंपनी
बचत खातों, एफडी, आरडी, और म्यूचुअल लाभ खातों के माध्यम से लगभग 15 करोड़ रुपये का निवेश कराया गया। आरोप है कि जब निवेशकों के जमा किए गए रुपये लौटाने का समय आया, तो कंपनी के मैनेजर और एजेंट बहाने बनाने लगे, धमकियां देने लगे और अंततः तीनों कार्यालय बंद करके फरार हो गए। इस ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड का पंजीकृत कार्यालय भोपाल में और मुख्य कार्यालय कोलकाता में स्थित है। पिछले लगभग चार वर्षों से इस कंपनी ने संजय चौक, ताऊ देवीलाल कॉम्प्लेक्स और सौंदापुर जाटल रोड पर अपने तीन कार्यालय स्थापित कर रखे थे। कंपनी ने अपना बैंक भी संचालित किया हुआ था।
बुनकरों से 15 करोड़ की ठगी: एफडी के नाम पर धोखाधड़ी का खुलासा
सेक्टर 29 फ्लोरा चौक के निवासी मजदूर जाहीर आलम और उनकी पत्नी रुकिया बेगम ने बताया कि उन्होंने 28 फरवरी 2023 को एजेंट मुहम्मद जमील के प्रलोभन में आकर चार लाख रुपये की एफडी एक वर्ष की अवधि के लिए करवाई थी। पिछले वर्ष अगस्त 2024 में इस एफडी की अवधि समाप्त हो गई, लेकिन आज तक उन्हें जमा राशि नहीं मिली है।
इसी प्रकार, नफीस से 2.80 लाख रुपये, अलमा खातून पत्नी नूर जमाल से 1.87 लाख, सलेहा खातून से 80 हजार, प्रसन्नजीत किरतानिया से 1.44 लाख, परबीन पत्नी तालीम से 1.40 लाख, मंजरी पुत्री सरफुद्दीन से 82 हजार, संजरी पत्नी कलुआ से दो लाख, अख्तरी बेगम से एक लाख रुपये, नर्गिस से 66 हजार समेत लगभग दो हजार बुनकरों से करीब 15 करोड़ रुपये की ठगी की गई।




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