तुर्की के बॉयकाट पर सवाल तो माइक हटाते नजर आए जयराम और पवन खेड़ा, VIDEO शेयर कर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया
- Deepak Singh Sisodia
- May 15
- 3 min read
तुर्की बहिष्कार समाचार: पाकिस्तान के साथ तनाव के समय तुर्की द्वारा पड़ोसी देश का समर्थन करने के कारण भारत में जनाक्रोश देखा जा रहा है। तुर्की और अजरबैजान का बहिष्कार शुरू हो चुका है। इस विषय पर जब कांग्रेस से प्रेस ब्रीफिंग में प्रश्न किया गया, तो जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने प्रतिक्रिया देने से परहेज किया। इसके चलते अब बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित हुए, जहां एक विशेष प्रश्न पर टिप्पणी करने से उन्होंने परहेज किया। जब उन्हें इस प्रश्न का कोई उत्तर नहीं सूझा, तो उन्होंने यह कहकर स्थिति को संभाला कि पार्टी जल्द ही इस प्रश्न का उत्तर देगी। यह घटनाक्रम तब प्रकाश में आया जब तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार, जो पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, के संबंध में प्रश्न पूछा गया। प्रश्न सुनकर दोनों नेता एक-दूसरे को माइक पास करते हुए दिखाई दिए। इस घटनाक्रम का वीडियो साझा करते हुए बीजेपी ने कांग्रेस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर अमित मालवीय की आलोचना
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना का एक वीडियो साझा किया और कांग्रेस पर आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भारतीयों की भावनाओं के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रही है। मालवीय ने यह भी टिप्पणी की कि कांग्रेस राजनीतिक रूप से अप्रासंगिक और अलग-थलग पड़ने की स्थिति में है। दरअसल, कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार पर सवाल किया गया, तो जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने जवाब देने से बचने का प्रयास किया। बाद में खेड़ा ने मीडिया को बताया कि पार्टी इस सवाल पर जल्द ही प्रतिक्रिया देगी।
भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को तुरंत उठाया। अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, 'देश पाकिस्तान को तुर्की और अजरबैजान के समर्थन से नाराज है। इन देशों के साथ व्यापार और पर्यटन के बहिष्कार की मांग बढ़ रही है, और आम नागरिक एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता की भावनाओं के साथ खुद को जोड़ने में असमर्थ है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि यह पार्टी जनता से इतनी दूर है कि अपने राजनीतिक अंत और पूरी तरह से अलग-थलग पड़ने के कगार पर है।'
बीजेपी पर जयराम रमेश और पवन खेड़ा का पलटवार: तुर्की और अजरबैजान पर सरकार का रुख स्पष्ट करने की मांग
बाद में, जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को तुर्की और अजरबैजान के संबंध में सरकार का रुख स्पष्ट करना चाहिए, न कि विपक्ष को। पवन खेड़ा ने अमित मालवीय के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चूंकि यह प्रश्न बीजेपी के एक पदाधिकारी द्वारा उठाया गया है, इसलिए प्रधानमंत्री कार्यालय और एस. जयशंकर को तुरंत स्पष्ट करना चाहिए कि क्या भारत सरकार ने तुर्की के साथ सभी राजनयिक और व्यापारिक संबंध समाप्त कर दिए हैं और क्या भारत में उनका दूतावास भी बंद कर दिया गया है।
भारत-चीन संबंधों पर सरकार की स्पष्टता की मांग
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि किसी भी देश के साथ संबंध रखने का निर्णय सरकार को करना होता है, न कि विपक्ष को। विदेश मंत्रालय से अनुरोध है कि इस मुद्दे पर स्पष्टता प्रदान करें। खेड़ा की टिप्पणी का हवाला देते हुए, जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय और एस जयशंकर को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि मोदी सरकार ने चीन के साथ सामान्य संबंध क्यों बनाए रखे हैं, खासकर जब चीन लगातार भारतीय क्षेत्र पर अतिक्रमण कर रहा है।
भारत-पाकिस्तान संघर्ष में तुर्की ड्रोन के उपयोग पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के पश्चात हो रहा है। इस संघर्ष में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को लक्षित करने के लिए तुर्की के ड्रोन का उपयोग किया। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर सतर्कता से कार्य कर रही है। वह सरकार से इस संबंध में स्पष्टीकरण की मांग कर रही है, लेकिन उसने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह तुर्की और अजरबैजान का बहिष्कार करेगी या नहीं।





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