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संकोच नहीं करेंगे,पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता... राजनाथ सिंह ने नेवी का जिक्र कर दे दी बड़ी चेतावनी

राजनाथ सिंह ने कहा कि 'ऑपरेशन सिन्दूर' केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का सीधा आक्रमण है। हम आतंकवाद के खिलाफ उन सभी तरीकों का उपयोग करेंगे जो पाकिस्तान सोच सकता है, और साथ ही, हम उन तरीकों का उपयोग करने में भी नहीं हिचकिचाएंगे जिन्हें पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता।

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नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार पाकिस्तान को भारतीय नौसेना की फायर पावर का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन विश्व जानती है कि यदि पाकिस्तान ने इस बार कोई अनुचित कार्यवाही की, तो संभव है कि इस बार शुरुआत हमारी नौसेना के द्वारा हो। स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत में नौसेना अधिकारियों और कर्मियों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के हित में यही होगा कि वह अपनी जमीन पर चल रही आतंकवाद की नर्सरी को स्वयं समाप्त करे। इसकी शुरुआत उसे हाफ़िज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द करने से करनी चाहिए।


भारत की 'मोस्ट वांटेड' सूची में शामिल आतंकियों पर राजनाथ सिंह का बयान

ये दोनों न केवल भारत में 'मोस्ट वांटेड टेररिस्ट' की सूची में शामिल हैं, बल्कि ये संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादियों की सूची में भी हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि हाफिज सईद मुंबई हमलों का दोषी है। उसके संगठन द्वारा समुद्र के रास्ते मुंबई में किए गए हमलों का न्याय होना चाहिए। यह कार्य पाकिस्तान में संभव नहीं है। हाल ही में, मुंबई हमलों के एक आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाया गया है। पाकिस्तान की ओर से बार-बार वार्ता की पेशकश की जा रही है।


भारत की वार्ता की शर्तें: आतंकवाद और पीओके पर सख्त रुख

उन्होंने कहा कि कल ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फिर इस बात को दोहराया है, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत केवल आतंकवाद और पीओके पर होगी। यदि पाकिस्तान वार्ता को लेकर गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के हवाले करना चाहिए ताकि न्याय हो सके। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने अपनी साइलेंस सर्विस के माध्यम से हर भारतीय को प्रभावित किया है। शांत रहते हुए भी भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को नियंत्रित रखने में सफलता प्राप्त की है।


पाकिस्तान को आतंकवाद पर चेतावनी: रक्षा मंत्री का कड़ा संदेश

रक्षा मंत्री ने कहा कि यह विचारणीय है कि जो व्यक्ति मौन रहते हुए भी किसी देश की सेना को 'बोतल में बंद' कर सकता है, उसकी वाणी का प्रभाव कितना व्यापक होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि वह जिस आतंकवाद के खतरनाक खेल में स्वतंत्रता के समय से लिप्त है, उसकी अवधि अब समाप्त हो चुकी है। अब यदि पाकिस्तान भारत के खिलाफ किसी आतंकवादी गतिविधि को समर्थन देता है, तो उसे न केवल इसके परिणाम भुगतने होंगे, बल्कि उसे हर बार की तरह पराजय का सामना भी करना पड़ेगा।


नौसेना की तैयारी से पाकिस्तान भयभीत: रक्षा मंत्री का बयान

रक्षा मंत्री ने कहा कि इस बार नौसेना की तैयारियों के कारण पाकिस्तान भयभीत हो गया है। पाकिस्तानी नौसेना को तटों तक सीमित कर दिया गया है और वे खुले समुद्र में आने का साहस नहीं कर पा रहे हैं। रक्षा मंत्री ने नौसेना से कहा कि वे अपनी तैयारियों में कोई कमी न रखें। उन्होंने यह भी कहा कि 1971 में जब नौसेना ने कार्रवाई की थी, तब पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गया था। यदि ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना पूरी तैयारी में होती, तो पाकिस्तान चार हिस्सों में विभाजित हो सकता था।


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