top of page
Hindi Samachar.jpg

पाकिस्तान से टेंशन के बीच भारत में चीन ने फैलाया RedNote, अब नई दिल्ली लेगा बड़ा ऐक्शन

चीन ने भारत के खिलाफ एक नई रणनीति अपनाई है, जिसके तहत वह 'रेडनोट' नामक ऐप का उपयोग कर रहा है। यह ऐप देश के युवाओं को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है।

चीन ने फिर चली नई चाल
चीन ने फिर चली नई चाल

नई दिल्ली: चीन भारत के विरुद्ध षड्यंत्र रचने के लिए लगातार नई रणनीतियाँ अपनाता रहा है। कभी सीमा पर हस्तक्षेप करके तो कभी पाकिस्तान की सहायता करके। किंतु इस बार चीन ने जो कदम उठाया है, वह और भी अधिक गंभीर है। वास्तव में, चीन ने भारत के खिलाफ एक नया डिजिटल युद्ध आरंभ किया है।


चीन का REDNOTE ऐप: भारत विरोधी प्रचार के लिए पूर्वोत्तर राज्यों को लक्षित

खुफिया सूत्रों के अनुसार, चीन एक मोबाइल ऐप, REDNOTE का उपयोग कर रहा है। यह ऐप लोगों को धन और पुरस्कार का प्रलोभन देकर भारत विरोधी सामग्री साझा करने के लिए प्रेरित करता है। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और असम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों के लोग इस ऐप के लक्षित समूह में हैं।


यह ऐप युवाओं में भारत के प्रति अविश्वास उत्पन्न करने और चीन के साथ निकटता के लाभ बताने का प्रयास कर रहा है। सरकार ने इस ऐप पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। पूर्व में भी राष्ट्रीय सुरक्षा के कारण कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।


अरुणाचल पर चीन की दावेदारी और भारत की सुरक्षा रणनीति

चीन अरुणाचल प्रदेश पर भारत की संप्रभुता को लंबे समय से चुनौती देता आ रहा है और इसे अपने मानचित्र में 'दक्षिण तिब्बत' के रूप में दर्शाता है। यह उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के कारण पहले भी कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।


रेडनोट ऐप: चीन-पाकिस्तान का मनोवैज्ञानिक युद्ध का उपकरण

रेडनोट (Rednote) ऐप बाहरी रूप से साधारण दिखाई देता है। हालांकि, इसके भीतर नकली RAW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) दस्तावेज़, भारत के गलत नक्शे, संशोधित वीडियो और पाकिस्तान के विचारों से संबंधित सामग्री सम्मिलित है।


खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस ऐप के पीछे चीन और पाकिस्तान के मनोवैज्ञानिक युद्ध के विशेषज्ञ हैं, जो इस ऐप का उपयोग भारतीय समाज और मानसिकता में हस्तक्षेप के लिए कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि चीन इस बात से अवगत है कि पूर्वोत्तर भारत राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र है। इसलिए, वह वही रणनीति अपना रहा है जो उसने पहले अफ्रीका, ताइवान और हांगकांग में अस्थिरता उत्पन्न करने के लिए अपनाई थी।


राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर केंद्र सरकार का ऐप पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय

इसी बीच, केंद्र सरकार इस ऐप पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां इस ऐप की अनुचित गतिविधियों से अवगत हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसे देश में प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। भारत ने पूर्व में भी राष्ट्रीय सुरक्षा के कारणों से TikTok, ShareIt और UC Browser जैसे कई लोकप्रिय चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था।


मोबाइल ऐप्स के जरिए चीन का भारत में गलत सूचना फैलाने का आरोप

चीन पर पहले भी यह आरोप लगते रहे हैं कि वह खुफिया जानकारी एकत्र करने, युवाओं को प्रभावित करने और अपना प्रचार करने के लिए मोबाइल ऐप्स का उपयोग करता है। बीजिंग अक्सर मणिपुर, असम और नागालैंड जैसे राज्यों में जातीय और क्षेत्रीय तनाव का लाभ उठाने के लिए गलत सूचना फैलाता रहता है। वे अक्सर ऐसे उत्तेजक संदेश भेजते हैं जैसे 'दिल्ली दूर है' या 'चीन बेहतर विकास प्रदान करता है'। इसका उद्देश्य पूर्वोत्तर के लोगों में अलगाववादी भावनाएं भड़काना है।


Comments


bottom of page