जज को नहीं मिला फेयरवेल.. सीजेआई बी आर गवई ने क्यों कहा अलग-अलग तरीके के जज लेकिन..
- Deepak Singh Sisodia
- May 17
- 2 min read
सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बेला एम त्रिवेदी के सेवानिवृत्ति पर SCBA और SCAORA द्वारा विदाई समारोह आयोजित न करने के निर्णय पर सीजेआई बीआर गवई ने असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने SCBA के इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि एसोसिएशन को ऐसा दृष्टिकोण नहीं अपनाना चाहिए था।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस बेला एम त्रिवेदी के रिटायरमेंट पर विदाई समारोह आयोजित न करने पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने असंतोष व्यक्त किया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने जस्टिस त्रिवेदी के लिए विदाई समारोह आयोजित नहीं किया। आमतौर पर, सुप्रीम कोर्ट के जजों के रिटायरमेंट के अवसर पर SCBA और SCAORA द्वारा विदाई समारोह का आयोजन किया जाता है, लेकिन जस्टिस त्रिवेदी के मामले में ऐसा नहीं हुआ।
मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने एससीबीए के दृष्टिकोण की आलोचना करते हुए सिब्बल और श्रीवास्तव की उपस्थिति की सराहना की
मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने एससीबीए के अध्यक्ष कपिल सिब्बल और उपाध्यक्ष रचना श्रीवास्तव की उपस्थिति की सराहना की, लेकिन उन्होंने एसोसिएशन के इस निर्णय की आलोचना की। मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने व्यक्त किया कि उन्हें इस फैसले से दुख हुआ है। उन्होंने कहा, "मैं एसोसिएशन (एससीबीए) के दृष्टिकोण की खुलकर निंदा करता हूं, क्योंकि मैं स्पष्ट और सीधी बात कहने में विश्वास रखता हूं। ऐसे अवसरों पर एसोसिएशन को ऐसा दृष्टिकोण नहीं अपनाना चाहिए था। इसके बावजूद, मैं सिब्बल और श्रीवास्तव की खुले तौर पर सराहना करता हूं कि इन संगठनों के इस रवैये के बावजूद वे यहां उपस्थित हैं।"
न्यायमूर्ति त्रिवेदी की विदाई समारोह में विविधता की स्वीकार्यता पर मुख्य न्यायाधीश का जोर
मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने कहा कि न्यायमूर्ति त्रिवेदी एक उत्कृष्ट न्यायाधीश हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि न्यायाधीशों की कार्यशैली भिन्न हो सकती है, लेकिन इस भिन्नता के कारण आवश्यक कार्यों में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "आज (शुक्रवार) शाम 4:30 बजे जो विदाई समारोह होना चाहिए था, उसमें कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। न्यायाधीश अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन जो कार्य शाम 4:30 बजे होना चाहिए था, वह अवश्य होना चाहिए था।"
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने न्यायमूर्ति त्रिवेदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अपनी दृढ़ता, निडरता, परिश्रम, ईमानदारी और आध्यात्मिकता के लिए जानी जाती हैं। न्यायमूर्ति त्रिवेदी ने कई महत्वपूर्ण मामलों में निर्णय दिए हैं और हमेशा विधि के अनुसार कार्य किया है।




Comments