5 बच्चों की मां, 50 गज का प्लॉट और ट्रक ड्राइवर से प्यार! मुरादाबाद में कैसे हुआ भरोसे का दर्दनाक कत्ल?
- Deepak Singh Sisodia
- May 14
- 4 min read
मुरादाबाद में पूनम नामक एक महिला ने अपनी बेटी तबस्सुम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि तबस्सुम की हत्या कर दी गई है और उसके पांच बच्चे अब बेसहारा हैं। हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि वही व्यक्ति निकला, जिस पर तबस्सुम को सबसे अधिक विश्वास था।

मुरादाबाद: 18 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 11 बजे का समय था। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में स्थित मझोला पुलिस थाने का दृश्य। हल्की उमस के बीच पुलिसकर्मी अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे, जब एक बुजुर्ग महिला वहां पहुंचीं। उन्होंने अपना नाम पूनम बताया और कहा कि उनकी विवाहित बेटी तबस्सुम पिछले 5-6 दिनों से लापता है। 11 अप्रैल को उनकी बेटी का पति, शाने आलम उर्फ रेहान, उसे अपने साथ ले गया था और तब से उनकी बेटी की कोई सूचना नहीं है।
पूनम की बेटी की गुमशुदगी में रेहान पर पुलिस की नजर
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। पूछताछ के दौरान, पूनम ने बताया कि उनका दामाद रेहान एक ट्रक ड्राइवर है और 11 अप्रैल को वह उनकी बेटी को मायके से अपने साथ ले गया था। इसके बाद, जब 12 अप्रैल को उन्होंने फोन किया, तो रेहान ने बताया कि वह उसी दिन मायके लौट गई थी। अब पुलिस की शक की सुई रेहान पर केंद्रित हो गई है।
तबस्सुम की गुमशुदगी का रहस्य: रेहान की सच्चाई उजागर
पुलिस ने रेहान से पूछताछ की, लेकिन उसने बताया कि तबस्सुम स्वयं 12 अप्रैल को अपने मायके लौट गई थी। हालांकि, हर बार पूछताछ के दौरान वह नई जानकारी प्रस्तुत करता रहा। इस परिस्थिति में, पुलिस ने तबस्सुम के मोबाइल की कॉल डिटेल्स और अन्य रिकॉर्ड्स की जांच की। अंततः, सख्ती से पूछताछ करने पर रेहान ने सच उगल दिया।
प्यार, लालच और विश्वासघात की चौंकाने वाली कहानी: रेहान ने की तबस्सुम की हत्या
तबस्सुम की हत्या हो चुकी थी, और हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि रेहान ही था। पुलिस पूछताछ के दौरान, जब रेहान ने हत्या की पूरी कहानी बताई, तो एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई जिसमें प्यार, लालच और विश्वासघात शामिल थे। रेहान ने तबस्सुम के सिर पर ईंट मारकर उसकी जान ली थी। हत्या के बाद, उसने खुरपी से तबस्सुम का सिर काटा और उसके धड़ को उसी के घर में गड्ढा खोदकर दफना दिया।
तबस्सुम की संघर्षमय कहानी: पति की मृत्यु के बाद जीवन की कठिनाइयाँ
इस भयावह घटना की शुरुआत एक वर्ष पूर्व हुई थी। टीपी नगर के जन्नत बाग में निवास करने वाली तबस्सुम के पहले पति, आसिफ, का देहांत एक बीमारी के कारण हो गया था। पांच बच्चों की मां, तबस्सुम के लिए आसिफ ने 50 गज का एक प्लॉट छोड़ दिया था। उनके निधन के बाद, तबस्सुम अपने बच्चों के साथ बिना प्लास्टर के इस प्लॉट में रहने लगी थीं।
रेहान का तबस्सुम से प्रेम और जीवनभर साथ निभाने का वादा
शाने आलम, जिन्हें रेहान के नाम से भी जाना जाता है, राज मिस्त्री के रूप में कार्यरत होने के साथ-साथ ट्रक ड्राइवर के रूप में भी काम करते थे। लगभग एक वर्ष पूर्व, तबस्सुम और रेहान की मुलाकात हुई थी। जान-पहचान बढ़ने पर, रेहान ने तबस्सुम को विश्वास दिलाया कि वह उससे प्रेम करता है। उसने यह आश्वासन दिया कि वह जीवनभर तबस्सुम और उसके बच्चों को अपनाकर उनका ध्यान रखेगा।
प्लॉट के लिए बदलता रेहान का व्यवहार
तबस्सुम ने उस पर विश्वास कर लिया और कुछ समय बाद दोनों का निकाह हो गया। रेहान पर पूरी तरह से भरोसा कर चुकी तबस्सुम को यह अंदाजा नहीं था कि उसके नए पति की नजर उसके प्लॉट पर है। एक साल तक उनके बीच सब कुछ ठीक चलता रहा, लेकिन धीरे-धीरे रेहान का व्यवहार बदलने लगा। वह अक्सर बातचीत के दौरान तबस्सुम से प्लॉट अपने नाम करने के लिए कहने लगा।
तबस्सुम का साहसिक निर्णय और रेहान की खतरनाक योजना
प्रारंभ में तबस्सुम ने इस बात को नजरअंदाज किया, लेकिन बाद में स्पष्ट रूप से कह दिया कि वह ऐसा नहीं करेगी। इस मुद्दे पर अक्सर दोनों के बीच विवाद होने लगे। जब रेहान को सीधे तरीके से सफलता नहीं मिली, तो उसने तबस्सुम को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया। अप्रैल में, तबस्सुम अपने पांचों बच्चों के साथ अपनी मां से मिलने भगतपुर के चूहा नगला स्थित अपने मायके गई।
रेहान की क्रूरता: प्लॉट विवाद में तबस्सुम की हत्या
कुछ ही दिन बीते थे कि 11 अप्रैल को रेहान तबस्सुम के पास पहुंचा और उसे अपने साथ ले आया। घर आकर रेहान ने एक बार फिर तबस्सुम से प्लॉट उसके नाम करने की बात की। तबस्सुम के इंकार करने पर रेहान ने गुस्से में आकर ईंट उठाकर उसके सिर पर मार दी। कुछ समय तड़पने के बाद तबस्सुम की मृत्यु हो गई।
रेहान द्वारा निर्मम हत्या और सबूतों का निपटान
अब रेहान ने एक खुरपी निकाली और सिर को धड़ से अलग कर दिया। धड़ को उसने घर के अंदर ही गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। इसके पश्चात, उसने तबस्सुम के सिर और घटना में प्रयुक्त खुरपी को एक थैले में डाला और गांगन नदी में फेंक दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद, उसने तबस्सुम का मोबाइल लिया और अपने काम पर चला गया।
तबस्सुम की गुमशुदगी और रेहान के झूठ का पर्दाफाश
वह समय-समय पर तबस्सुम का मोबाइल चालू करता और फिर बंद कर देता, ताकि किसी को यह न लगे कि वह लापता है। इस बीच, जब भी तबस्सुम की मां पूनम रेहान से अपनी बेटी के बारे में पूछतीं, तो वह हर बार यही कहता कि वह उसी दिन अपने मायके लौट गई थी। शिकायत मिलने पर जब पुलिस ने रेहान को फोन करके पूछताछ के लिए बुलाया, तो उसने झूठी कहानियां गढ़ीं।
पुलिस की नजरों से बचने की रेहान की चालाकी
वास्तव में, पुलिस की नजरों से बचने के लिए वह बार-बार अपनी लोकेशन बदलता और पुलिस को गलत जानकारी देता। इस स्थिति में पुलिस ने तबस्सुम के मोबाइल नंबर को भी सर्विलांस पर रखा। जांच में यह सामने आया कि रेहान और तबस्सुम के मोबाइल की लोकेशन एक ही स्थान पर है। जब पुलिस ने रेहान से पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह अकेला ही ट्रक चला रहा है और तबस्सुम उसके साथ नहीं है।
प्लॉट के लिए निर्दयी हत्या: रेहान की गिरफ्तारी और अपराध स्वीकारोक्ति
यहीं से पुलिस को संदेह हुआ, और कुछ प्रयास के बाद रेहान को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में, रेहान ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए पूरी घटना का विवरण दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तबस्सुम का धड़ भी बरामद कर लिया। तबस्सुम के निधन के बाद, उसके पांच बच्चे बेसहारा हो गए हैं। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि मात्र एक प्लॉट के लिए कोई इतना निर्दयी हो सकता है।




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