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भारत के दुश्मन तुर्की को हवा से हवा में मार करने वाली किलर मिसाइल देगा अमेरिका, एर्दोगन और ट्रंप में डील, दोस्‍त ग्रीस की बढ़ेगी टेंशन

अमेरिकी विदेश विभाग ने तुर्की को AIM-120C-8 एडवांस्ड मीडियम-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलों की बिक्री की अनुमति प्रदान की है। अमेरिका ने इस सौदे को नाटो देशों के बीच सहयोग के रूप में वर्णित किया है, हालांकि यह भारत के मित्र देशों के लिए संभावित रूप से खतरनाक हो सकता है।

तुर्की को विनाशक AMRAAM मिसाइल बेचेगा अमेरिका
तुर्की को विनाशक AMRAAM मिसाइल बेचेगा अमेरिका

वॉशिंगटन/अंकारा: अमेरिका ने तुर्की के साथ एयर-टू-एयर मिसाइलों की बिक्री का समझौता किया है, जो भारत के प्रति अपने आलोचनात्मक रुख के लिए जाना जाता है। तुर्की, जो पाकिस्तान से लेकर गाजा तक कट्टरपंथी विचारधारा के विस्तार में संलग्न है, को अमेरिका ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की बिक्री के लिए समझौता किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस वक्तव्य में बताया गया है कि अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने 14 मई को तुर्की को AIM-120C-8 एडवांस्ड एयर-टू-एयर मिसाइलों की बिक्री को मंजूरी दी है। इस सौदे की अनुमानित लागत लगभग 225 मिलियन डॉलर है, जिसमें 53 AMRAAM मिसाइलें और 6 गाइडेंस सेक्शन शामिल हैं।


भारत के लिए तुर्की-ग्रीस डील के संभावित खतरे

संयुक्त राज्य अमेरिका इस समझौते को नाटो देशों के बीच आपसी सहयोग का हिस्सा मान सकता है, लेकिन भारत के दृष्टिकोण से देखें तो यह डील भारत के मित्र देश ग्रीस के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। ग्रीस और तुर्की के बीच भारत और पाकिस्तान की तरह ही तनावपूर्ण स्थिति बनी रहती है। इसके अतिरिक्त, तुर्की लगातार आतंकवादी संगठनों और आतंकी नेटवर्क का समर्थन करता है, जैसा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान देखा गया है।


अमेरिका की AIM-120C-8 मिसाइल: अत्याधुनिक AMRAAM की विशेषताएँ और उपयोग

अमेरिका के AIM-120C-8 मिसाइल को आमतौर पर AMRAAM (Advanced Medium Range Air-to-Air Missile) के नाम से जाना जाता है। यह मिसाइल RTX कंपनी द्वारा निर्मित है और इसे अत्याधुनिक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के रूप में फाइटर जेट्स में लगाया जाता है। इसकी मारक क्षमता 160 से 180 किलोमीटर के बीच है। यह मिसाइल एक्टिव रडार होमिंग तकनीक से लैस है, जो इसे लक्ष्य को स्वयं खोजने, ट्रैक करने और फिर हमला करने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, इसमें मल्टी शॉट क्षमता है, जिससे यह एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला कर सकती है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसकी उच्च गति से हमला करने की क्षमता है, जो इसे दुश्मन के फाइटर जेट्स के लिए अत्यंत घातक बनाती है। इस मिसाइल में विश्व की अन्य मिसाइलों की तुलना में अत्यधिक उच्च तकनीक का उपयोग किया गया है। यह वही मिसाइल है जिसे अमेरिका ने नॉर्वे और जापान जैसे देशों को उनके आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16, F/A-18 और F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स में लगाने के लिए प्रदान किया है।



तुर्की के एफ-16 उन्नयन से बढ़ेगी मिसाइल क्षमता और क्षेत्रीय प्रभाव

रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की अपने एफ-16 फाइटर जेट्स को उन्नत कर रहा है, जिसके चलते उसे नई मिसाइलों की आवश्यकता है। तुर्की ने एफ-16 फाइटर जेट्स अमेरिका से खरीदे हैं। एफ-16 में AMRAAM मिसाइल के जुड़ने से इसे BVR, अर्थात् Beyond Visual Range Air Superiority क्षमता प्राप्त होगी। इसका अर्थ है कि तुर्की के पास ग्रीस के खिलाफ उपयोग के लिए एक और प्रभावी हथियार होगा। इसके अतिरिक्त, मध्य पूर्व में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ अभियानों को संचालित करने के लिए तुर्की के पास एक और शक्ति होगी, जिससे तुर्की के पाकिस्तान जैसे सहयोगी और भी उत्साहित होंगे। हालांकि, तुर्की इस मिसाइल को पाकिस्तान को नहीं दे सकता है।

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