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भारत का जिक्र करने के लिए तैयार नहीं हुआ ईरान तो बदले शहबाज शरीफ के सुर, तेहरान में नरम पड़े तेवर, बातचीत की पेशकश

ईरान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में शहबाज शरीफ की यात्रा के संदर्भ में कहा गया है कि "राष्ट्रपति पेजेशकियन के अनुसार, ईरान और पाकिस्तान विभिन्न क्षेत्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और इस्लामी मुद्दों पर समान दृष्टिकोण रखते हैं।" हालांकि, पाकिस्तान की इच्छा थी कि कश्मीर और भारत का उल्लेख किया जाए, लेकिन ईरान इसके लिए सहमत नहीं हुआ।

शहबाज शरीफ को दिल्ली के खिलाफ नहीं मिला ईरान का साथ
शहबाज शरीफ को दिल्ली के खिलाफ नहीं मिला ईरान का साथ

तेहरान: ईरान ने पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण झटका दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने चार देशों के दौरे के दौरान कल तेहरान पहुंचे। हालांकि, ईरान द्वारा जारी किए गए बयान में शहबाज शरीफ के आगमन के संदर्भ में कहीं भी भारत का उल्लेख नहीं किया गया, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ी निराशा है। तेहरान में जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही थी, उस समय शहबाज शरीफ ने कहा कि वे भारत के साथ पानी, व्यापार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर बातचीत के लिए तैयार हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, "हम शांति के लिए पानी के मुद्दे, व्यापार को बढ़ाने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी बातचीत करने के लिए तैयार हैं।"


ईरान-पाकिस्तान रणनीतिक संबंधों पर तेहरान में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस

ईरान की राजधानी तेहरान में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियन ने पाकिस्तान को ईरान के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक पड़ोसी के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने दोनों देशों के सांस्कृतिक और सभ्यतागत सह-अस्तित्व के लंबे इतिहास का उल्लेख किया। हालांकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान की ओर से भारत का उल्लेख नहीं किया गया, जो ईरान और भारत के संबंधों की मजबूती को दर्शाता है। इससे पहले, ईरान ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की थी, और तनावपूर्ण परिस्थितियों के बीच ईरान के विदेश मंत्री ने क्रमशः पाकिस्तान और भारत की यात्रा की थी।


ईरान और पाकिस्तान के समान दृष्टिकोण: सुरक्षा और स्थिरता की प्रतिबद्धता

ईरान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि "राष्ट्रपति पेजेशकियन के अनुसार, ईरान और पाकिस्तान विभिन्न क्षेत्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और इस्लामी मुद्दों पर समान दृष्टिकोण रखते हैं। उन्होंने असुरक्षा और आतंकवादी उपस्थिति को समाप्त करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि तेहरान और इस्लामाबाद दोनों सुरक्षा को बढ़ावा देने और सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता को खतरे में डालने वाले तत्वों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने क्षेत्र में स्थायी सुरक्षा बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि ईरान, पाकिस्तानी जनता की स्थिरता, कल्याण और शांति का समर्थन करता है। ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि तेहरान सभी पड़ोसी देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों की इच्छा रखता है और यह कि पश्चिम एशियाई और दक्षिण एशियाई क्षेत्रों को पहले से अधिक शांति और सुरक्षा की आवश्यकता है।"


भारत-पाकिस्तान वार्ता: कश्मीर पर भारत की स्पष्ट स्थिति और व्यापार पर शहबाज शरीफ की इच्छा

प्रेस रिलीज में फिलीस्तीन का उल्लेख किया गया है, लेकिन कश्मीर और भारत का कोई उल्लेख नहीं था। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि अक्सर ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई भारत में मुसलमानों का उल्लेख करते रहते हैं। दूसरी ओर, शहबाज शरीफ ने भारत के साथ व्यापार और जल संसाधनों के मुद्दे पर बातचीत की इच्छा व्यक्त की है। हालांकि, भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट है। भारत ने पाकिस्तान के साथ केवल दो मुद्दों पर बातचीत के लिए सहमति दी है। पहला, इस्लामाबाद को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस करने पर सहमति जतानी होगी, और दूसरा, पाकिस्तान को अपने देश में सक्रिय आतंकवादियों को भारत को सौंपना होगा। इसके अलावा, कश्मीर पर भारत अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुका है कि वह केवल पीओके के संबंध में पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की बातचीत करेगा।

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