ट्रंप ने पाकिस्तान को भारत के कहर से बचा लिया... पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने खोली शहबाज और असीम मुनीर के दावों की पोल, देखें
- Deepak Singh Sisodia
- May 17
- 3 min read
इस महीने 6 से 10 मई के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हुई थी। इस अवधि के दौरान, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। सीमा पर भी इस दौरान भारी गोलीबारी देखी गई।

इस्लामाबाद: भारत के साथ हालिया झड़प के बाद पाकिस्तान की सेना और सरकार ने विजय का उत्सव मनाया है। पाकिस्तान का दावा है कि चार दिनों के इस संघर्ष में उसने जीत हासिल की है, लेकिन इस दावे पर खुद उसके विशेषज्ञ सहमत नहीं हैं। पाकिस्तानी-अमेरिकी मोइन पीरजादा ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना के पास कोई ठोस सबूत नहीं है जो यह दर्शाए कि उन्होंने भारत को भारी नुकसान पहुंचाया है। इसके विपरीत, भारत के हमले में पाकिस्तान को नुकसान उठाना पड़ा है। यदि यह संघर्ष जारी रहता, तो भारत को भी काफी नुकसान हो सकता था। इस संदर्भ में, ट्रंप ने एक प्रकार से पाकिस्तान की सहायता की है।
पीरजादा का खुलासा: पाकिस्तान के हमले की विफलता पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट
पीरजादा ने एक यूट्यूब वीडियो में कहा कि पाकिस्तान में भारत के साथ हालिया संघर्ष के संबंध में काफी चर्चा हो रही है, और यदि कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाती है। पीरजादा ने यह भी बताया कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने सैटेलाइट इमेज के आधार पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इन सैटेलाइट इमेज से यह स्पष्ट होता है कि जितना नुकसान बताया जा रहा है, वास्तव में उतना नहीं हुआ है। विशेष रूप से, पाकिस्तान के हमले पूरी तरह से विफल रहे हैं।
पाकिस्तान की मिसाइल दावों की प्रमाणिकता पर सवाल
पीरजादा ने आगे कहा, 'पाकिस्तान की ओर से विभिन्न दावे किए जा रहे हैं, लेकिन वह भारत में हुए नुकसान की तस्वीरें प्रस्तुत नहीं कर पा रहा है। दूसरी ओर, पाकिस्तान के रावलपिंडी, रहीम यार खान और अन्य एयरबेस में हुए नुकसान की तस्वीरें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं। पाकिस्तान के दावों के साथ प्रमाणिक तस्वीरों का अभाव यह दर्शाता है कि उसकी मिसाइलें सटीक नहीं हैं। मिसाइलों को लेकर यह शिकायत पहले भी थी और अब फिर से उभर कर आई है।
ट्रंप की मध्यस्थता से पाकिस्तान को मिला सीजफायर: मोइज पीरजादा
मोइज पीरजादा का कहना है कि पाकिस्तान को यह सीजफायर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मध्यस्थता से प्राप्त हुआ है। इसी कारण भारत में इस सीजफायर को लेकर नाराजगी है। यह सही है कि यदि यह संघर्ष 2-3 दिन और चलता, तो पाकिस्तान की स्थिति गंभीर हो सकती थी। मेरा मानना है कि इस कठिनाई से डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को बाहर निकाला है। इससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान में वास्तविक स्थिति को नहीं बताया जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीजफायर का प्रयास
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले लगभग एक महीने से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। यह तनाव 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ। इस घटना के बाद, 6 मई की रात को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने भी भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले करने का प्रयास किया, जो असफल रहे। बढ़ते तनाव के मद्देनजर, 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर का निर्णय लिया। इसके बावजूद, दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बरकरार है।





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