फरीदाबाद में निवेश के नाम पर ठगी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़, 35 लाख के फ्रॉड में शामिल चार गिरफ्तार
- Deepak Singh Sisodia
- May 30
- 2 min read
फरीदाबाद साइबर पुलिस ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 35 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक व्यक्ति को एक ग्रुप में शामिल कर निवेश का प्रलोभन दिया और उसे एक ऐप पर खाता खोलकर धनराशि जमा करने के लिए प्रेरित किया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपियों ने पीड़ितों से कमीशन भी लिया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

फरीदाबाद: शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 35 लाख 79 हजार 303 रुपये की धोखाधड़ी के मामले में साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुरी प्रणायाम सेक्टर-85 के निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत में बताया कि अप्रैल 2025 में उसे अचानक एक अनजान व्यक्ति ने एक समूह में शामिल कर लिया, जहां स्टॉक मार्केट में निवेश कर पैसे कमाने की जानकारी दी जाती थी।
निवेश की आड़ में धोखाधड़ी: 35 लाख की ठगी
धोखेबाजों ने उसे सूचित किया कि वे लाभ का 20 प्रतिशत लेंगे और उसे निवेश की सलाह देंगे। इसके बाद, उन्होंने उसे एक एप का लिंक भेजा, जहां उसे निवेश करना था और उस एप पर उसका खाता खुलवाया। इसके पश्चात, धोखेबाजों के निर्देशानुसार उसने 35 लाख से अधिक राशि का निवेश कर दिया। उसने धोखेबाजों को उनके कमीशन की राशि भी भेज दी, लेकिन उसे कोई धनराशि वापस नहीं मिली।
साइबर ठगी के आरोप में चार गिरफ्तार, 21 लाख रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा
इस शिकायत पर साइबर थाना सेंट्रल में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने अब जयप्रताप को मऊ गांव, हाथरस उत्तर प्रदेश से, द्रोण को रनहेरा गांव, गौतमबुद्ध नगर से, और अनिल व राघव को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। सभी आरोपित इन्हीं पतों पर निवास करते हैं। पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि जयप्रताप खाताधारक है, जिसके खाते में ठगी के 21 लाख रुपये जमा किए गए थे। उसने अपना खाता द्रोण को सौंप दिया था।
नोएडा एयरपोर्ट पर श्रमिकों के अनुबंध से जुड़ी धोखाधड़ी का पर्दाफाश
द्रोण नोएडा एयरपोर्ट पर श्रमिकों के अनुबंध का कार्य करता है और उसने यह खाता अनिल को सौंपा था। आरोपी वैभव खाताधारकों और खाते उपलब्ध कराने वालों को खाते में धनराशि आने तक होटल में ठहराता था। जयप्रताप और द्रोण को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जबकि अनिल और वैभव को छह दिन की पुलिस रिमांड पर रखा गया है।




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