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फरीदाबाद के इस अंडरपास में बारिश के मौसम में अब नहीं होगा जलभराव, दो बैंककर्मियों की डूबने से हुई थी मौत

फरीदाबाद के ओल्ड रेलवे अंडरपास में जलभराव के कारण दो व्यक्तियों की मृत्यु के बाद प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। एफएमडीए जलभराव की समस्या के समाधान के लिए साढ़े छह करोड़ रुपये की परियोजना पर कार्य कर रहा है। ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास और एनएचपीसी अंडरपास में कार्य प्रगति पर है। अधिकारियों का दावा है कि मानसून तक जलभराव की समस्या से राहत मिल जाएगी। इस परियोजना के 25 जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।

ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास से सेक्टर-21ए एसटीपी तक बिछाई जा रही पाइप लाइन।
ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास से सेक्टर-21ए एसटीपी तक बिछाई जा रही पाइप लाइन।

फरीदाबाद: 13 सितंबर 2024 की वह दुर्भाग्यपूर्ण रात जब ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में जलभराव के कारण गुरुग्राम सेक्टर-31 की एचडीएफसी बैंक के वाइस प्रेसीडेंट पुन्याश्रय शर्मा और कैशियर विराज द्विवेदी की मृत्यु हो गई थी। इस हादसे को मृतकों के परिवार शायद ही कभी भुला पाएं।


इस घटना ने प्रशासन को भी गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर दिया। विचार-विमर्श के बाद, हादसे के आठ महीने बाद जलभराव के समाधान की दिशा में कार्य आरंभ हो गया है। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि जलभराव की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी।


अर्थात, वर्षा का जमा पानी शीघ्रता से बाहर निकाल दिया जाएगा। ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास के साथ-साथ एनएचपीसी रेलवे अंडरपास में भी जलभराव के समाधान का कार्य लगभग साढ़े छह करोड़ की लागत से किया जा रहा है। अब इन दावों की वास्तविकता मानसून में ही सामने आएगी।


यह भी प्रश्न है कि नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा में कई अनुभवी अधिकारी हैं, जो लाखों रुपये का वेतन प्राप्त कर रहे हैं, फिर भी अंडरपास में जलभराव की समस्या का समाधान नहीं हो सका है। इसके चलते लगातार हादसे होते रहे हैं।


अंडरपास में जलभराव के कारण कार दुर्घटना में दो की मृत्यु

पुन्याश्रय शर्मा पिछले पांच वर्षों से ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-86 स्थित ओमेक्स हाईट्स में अपने परिवार के साथ निवास कर रहे थे। वह गुरुग्राम के सेक्टर-31 में स्थित एचडीएफसी बैंक में कार्यरत थे। 13 सितंबर की रात, पुन्याश्रय शर्मा अपने कैशियर विराज द्विवेदी के साथ अपनी कार में ग्रेटर फरीदाबाद लौट रहे थे।


विराज द्विवेदी गुरुग्राम के इफको चौक, ए-31ए में रहते थे। उन्हें अगले दिन, 14 सितंबर को, दिल्ली जाना था, इसलिए विराज उनके साथ आए थे। दिनभर हुई वर्षा के कारण अंडरपास में जलभराव हो गया था, जिसमें उनकी कार डूब गई। इस दुर्घटना में दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।


हाईवे से एनआईटी की कनेक्टिविटी में ओल्ड रेलवे अंडरपास की भूमिका

हाईवे से एनआईटी की कनेक्टिविटी के लिए ओल्ड रेलवे अंडरपास अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रतिदिन 50,000 वाहन चालक यहां से गुजरते हैं। यह सीधे हाईवे से जुड़ा हुआ है। यहां से आवागमन बंद होने के कारण नीलम-अजरौंदा रेलवे पुल पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए अंडरपास का चालू रहना अत्यावश्यक है।


जल निकासी सुधार और आपातकालीन बिजली व्यवस्था: सेक्टर-21ए परियोजना

ओल्ड रेलवे अंडरपास से सेक्टर-21ए तक लगभग एक किलोमीटर की वर्षा जल निकासी लाइन बिछाई जा रही है। इसके अतिरिक्त, सेक्टर-21ए के नाले की भी सफाई की जाएगी ताकि जल प्रवाह सुचारू रूप से हो सके। बिजली बाधित होने की स्थिति में डीजी सेट तुरंत चालू हो जाएगा। इसके लिए एक नहीं, बल्कि दो डीजी सेट लगाए जाएंगे, जिनकी निगरानी के लिए 24 घंटे कर्मचारी नियुक्त रहेंगे। इस कार्य को 25 जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


एनएचपीसी रेलवे अंडरपास में सुधार कार्य और जल निकासी प्रबंधन

फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा एनएचपीसी रेलवे अंडरपास में भी कार्य किया जा रहा है। यहां पर संपवेल की सफाई कर दी गई है और अंडरपास से गुजरने वाली सीवर लाइन को ठीक कर दिया गया है। इसका मैनहोल बंद किया जाएगा और नया डीजी सेट स्थापित किया जाएगा।


यहां से वर्षा का पानी बुढ़िया नाले में प्रवाहित होता है, और इस पूरी लाइन की सफाई की जा रही है। 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि डीजी सेट का संचालन सुनिश्चित किया जा सके। इस कार्य को 15 जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।


अंडरपास कार्य में तेजी से प्रगति: जलभराव समस्या में सुधार की उम्मीद

दोनों अंडरपास पर कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। यह पूरी तरह से अपेक्षित है कि जलभराव की समस्या में पहले की तुलना में काफी सुधार होगा। बिजली आपूर्ति बाधित होते ही तुरंत डीजी सेट चालू किए जाएंगे। प्राधिकरण के कर्मचारी पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। विशाल बंसल, मुख्य अभियंता, एफएमडीए


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