फरीदाबाद वासियों के लिए बढ़ी मेडिकल सुविधाएं, एम्स की तर्ज पर इस अस्पताल में शुरू हुआ इमरजेंसी चिकित्सा विभाग
- Deepak Singh Sisodia
- May 20
- 3 min read
फरीदाबाद के ईएसआईसी अस्पताल में एम्स के समान इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की शुरुआत की गई है। इस विभाग को रेड, येलो और ग्रीन जोन में विभाजित किया गया है, जिसमें हृदय रोगियों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं। कार्डियक मार्कर मशीन द्वारा शीघ्र जांच के कारण मरीजों को त्वरित राहत मिल रही है। दो मरीजों को भर्ती करने पर उनकी स्थिति में सुधार देखा गया है। यह सुविधा ईएसआईसी कार्डधारकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।

फरीदाबाद: एम्स के समान, ईएसआईसी (कर्मचारी राज्य बीमा निगम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की स्थापना की गई है। इस विभाग में रेड, येलो और ग्रीन तीन अलग-अलग जोन बनाए गए हैं।
इन तीनों जोन के लिए 40 बेड आरक्षित किए गए हैं। इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की शुरुआत से गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों को समय पर सहायता मिल सकेगी। रेड जोन में कई प्रकार की जांचें की जा सकती हैं और यह विशेष रूप से हृदय रोगों के लिए लाभकारी होगा।
पूर्व में, हार्ट अटैक के मरीजों को इलाज के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ता था। अब रेड जोन में छह वेंटिलेटर और कार्डियक मॉनिटर उपलब्ध हैं। यहां ईसीजी की सुविधा भी मौजूद है और सीटी स्कैन की सुविधा जोन के बहुत पास है।
सभी परीक्षणों की रिपोर्ट लगभग 15 मिनट में प्राप्त हो जाती है। यलो जोन में उन मरीजों को भर्ती किया जाता है जिनकी स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है और जिन्हें भर्ती करने की आवश्यकता है। ग्रीन जोन में उन मरीजों को भर्ती किया जाता है जो किसी भी प्रकार के जोखिम से मुक्त हैं।
त्वरित निदान के लिए कार्डियक मार्कर मशीन का महत्व
कार्डियक मार्कर मशीन एक चिकित्सा उपकरण है, जो फेफड़ों और पैरों में थक्के जमने की जानकारी लगभग 15 मिनट में प्रदान करती है। इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख, डॉ. प्रवीण अग्रवाल, बताते हैं कि पहले इन जांचों के लिए रक्त के नमूने प्रयोगशाला भेजे जाते थे, जिससे रिपोर्ट मिलने में तीन से चार घंटे का समय लग जाता था।
आपातकालीन चिकित्सा विभाग में भर्ती दो मरीजों की स्थिति में सुधार
विद्या देवी को शनिवार को और नीलम को रविवार को आपातकालीन चिकित्सा विभाग में भर्ती किया गया। दोनों मरीजों को श्वास लेने में कठिनाई हो रही थी। रेड ज़ोन में भर्ती करने के बाद, वेंटिलेटर की सहायता से उनका उपचार आरंभ किया गया। वर्तमान में, दोनों की स्थिति में कुछ सुधार है।
अस्पताल के विभिन्न जोन में बिस्तरों और उपकरणों की उपलब्धता
17 बिस्तर, येलो जोन
08 बिस्तर, ग्रीन जोन
05 बिस्तर, रेड जोन
तीन जोन में कुल 30 बिस्तर
06 वेंटिलेटर
06 कार्डियक मोनिटर
ईएसआईसी अस्पताल की ओपीडी और आपातकालीन सेवाओं का दैनिक आंकड़ा
सात लाख ईएसआई कार्डधारक
5000-तीन नंबर ईएसआईसी अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आगमन करने वाले मरीज
250-आपातकालीन विभाग में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या
एम्स के समान इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की स्थापना से त्वरित चिकित्सा सेवा
हमने एम्स के समान इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की स्थापना की है। यह विभाग मरीजों को तुरंत राहत प्रदान करने में अत्यंत सहायक होगा। अब मरीजों को अस्पताल पहुंचते ही इलाज के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कई बार इलाज में देरी होने पर खतरा बढ़ जाता था, लेकिन अब ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। - डॉ. एके पांडे, डीन, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज।




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