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नोएडा के बाद दिल्ली-NCR के इस शहर में भी फ्लैटों की बालकनी में गमले को लेकर आया ये फरमान, एडवाइजरी जारी

फरीदाबाद में बालकनी और दीवारों पर गमले सजाने का चलन बढ़ रहा है, लेकिन यह संभावित रूप से खतरनाक हो सकता है। बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आरडब्ल्यूए ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें गमलों को बालकनी से हटाने की सिफारिश की गई है, क्योंकि पहले पुणे में गमला गिरने से एक बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा, तेज आंधी के दौरान भी गमले गिरने का खतरा बना रहता है।

सुरक्षा के मद्देनजर आरडब्ल्यूए ने उठाया कदम
सुरक्षा के मद्देनजर आरडब्ल्यूए ने उठाया कदम

फरीदाबाद। बहुमंजिला सोसायटी और भवनों की दीवारों एवं बालकनी में गमले सजाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यदि इसमें सावधानी नहीं बरती गई, तो ये दिखने में सुंदर लगने वाले गमले खतरनाक भी हो सकते हैं।


बालकनी से गमले हटाने की सलाह: बच्चों की सुरक्षा के लिए आरडब्ल्यूए की पहल

बच्चों के खेल के दौरान, धक्का लगने या तेज हवा के झोंकों से गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है, जिससे गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए, आरडब्ल्यूए ने एक सलाह जारी की है कि गमलों को बालकनी की दीवारों से हटाकर नीचे रखा जाए।


हाल ही में पुणे की एक ऊंची इमारत की सोसायटी में बालकनी से एक गमला नीचे खेल रहे बच्चे पर गिर गया। गमले के गिरते ही बच्चा गिर पड़ा और लोगों के मदद के लिए पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से फैल गया।


इस घटना से सबक लेते हुए, ग्रेटर फरीदाबाद की कई सोसायटी की आरडब्ल्यूए ने एक सलाह जारी की है, जिसमें बालकनी में रखे गमले, हैंगिंग फ्लावर पॉट और अन्य भारी वस्तुओं को हटाने का निर्देश दिया गया है। ओमेक्स स्पा विलेज सोसायटी के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष हेमंत राणा और तरंग सोसायटी के निवासी शरद सिंघल ने बताया कि शनिवार को आई तेज आंधी के कारण काफी नुकसान हुआ।


कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और फ्लैट्स के दरवाजे तक टूट गए हैं। इस स्थिति के मद्देनजर, सोसायटी की बालकनी से गमले हटाने की पुनः अपील की गई है। लोगों से इस सलाह का पालन करने की अपील की गई है।


निवासियों से अनुरोध किया गया है कि वे गमलों को बालकनी में न रखें। इस अपील का लोगों से समर्थन मिल रहा है। कुछ निवासियों ने गमले नहीं हटाए थे, लेकिन कल आई तेज आंधी को देखते हुए उन्होंने गमलों को दीवार से नीचे उतार दिया है ताकि कोई दुर्घटना न हो। सुरक्षा के दृष्टिकोण से जारी की गई एडवाइजरी का पालन निवासी कर रहे हैं। - करूण गुस्सैन, आरडब्ल्यूए महासचिव, पार्क फ्लोर एक


निवासियों से व्हाट्सएप के माध्यम से विचार-विमर्श के बाद एक एडवाइजरी तैयार की गई है। लोगों की राय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके सहयोग के बिना किसी भी एडवाइजरी या आदेश का पालन संभव नहीं है। सोसायटी से गमले और भारी सामान हटाने के लिए कहा गया है।


ये किसी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं, विशेष रूप से बच्चों के लिए सबसे अधिक जोखिम है। लोगों ने गमलों को दीवारों से हटाकर नीचे रखना शुरू कर दिया है।


विजय जसूजा, आरडब्ल्यूए प्रधान, एसआरएस रेजीडेंसी।



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