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अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वर्षगांठ पर श्री देवेंद्र अग्रवाल (देबू) जी के द्वारा विशेष सुंदरकांड का आयोजन

अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के अवसर पर सुंदरकांड का आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत विशेष होता है। इस आयोजन को भारत विकास परिषद् नारायण शाखा फरीदाबाद और श्री देवेंद्र अग्रवाल (देबू) जी का सहयोग और भी महत्वपूर्ण बना रहा है।

सुंदरकांड का पाठ न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह समाज में एकता, प्रेम और भक्ति की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।

श्री देवेंद्र अग्रवाल (देबू) जी के द्वारा विशेष सुंदरकांड का आयोजन
श्री देवेंद्र अग्रवाल (देबू)

सुंदरकांड का पाठ: मानसिक शांति और साहस का स्रोत

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सुंदरकांड का पाठ न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा, और जीवन में साहस और धैर्य लाने में भी सहायक होता है। रामायण के इस भाग में हनुमान जी की भक्ति, समर्पण और साहस को दर्शाया गया है, जो हमें कठिनाइयों का सामना करने के लिए प्रेरित करता है।


सुंदरकांड का पाठ करते समय प्रत्येक व्यक्ति को राम और हनुमान जी के गुणों का स्मरण होता है, जिससे आत्मबल और आस्था में वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त, यह आयोजन सामूहिक रूप से किया जाता है, जिससे समाज में एकता और भाईचारे की भावना भी प्रबल होती है।


धार्मिक और सामाजिक सेवा का संगम: सुंदरकांड और नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर
नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

देवेंदर अग्रवाल (देबू) के सहयोग से सुंदरकांड के आयोजन के साथ-साथ नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। यह समाज सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें धार्मिक और सामाजिक दोनों पहलुओं का समन्वय किया गया है। सुंदरकांड जहां आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति का माध्यम है, वहीं नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच से लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उनकी देखभाल सुनिश्चित की जा रही है।


समाज की एकता को प्रोत्साहित करता महिलाओं और बुजुर्गों का सक्रिय सहभाग

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महिलाओं और बुजुर्गों ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लिया। जब समाज के सभी वर्ग, विशेष रूप से महिलाएं और बुजुर्ग, धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं, तो यह समाज की एकता और सामूहिकता को प्रोत्साहित करता है। बुजुर्गों का अनुभव और महिलाओं की ऊर्जा किसी भी आयोजन को विशेष बना देती है।सभी आयु वर्ग के लोग एक साथ मिलकर समाज के उत्थान और भलाई के लिए सुंदरकांड में भागीदारी कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


सामाजिक एकता और सहयोग को प्रोत्साहित करने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका

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इस आयोजन में मंत्री राजेश नागर के भाई सुधीर नागर जी,पूर्व विधायक सीमा त्रिखा जी और भावी पार्षद हितेश पतला जी ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। जब जनप्रतिनिधि और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति इस प्रकार के आयोजनों में सम्मिलित होते हैं, तो यह कार्यक्रम और भी विशेष एवं प्रभावशाली बन जाता है। उनकी उपस्थिति और समर्थन से आयोजन को अधिक महत्व प्राप्त होता है और समाज में एकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहन मिलता है।

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ऐसे महत्वपूर्ण अवसरों पर उनकी उपस्थिति न केवल आयोजन की गरिमा को बढ़ाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि हमारे नेता और समाजसेवी अपने समुदाय की भलाई के लिए सक्रिय रूप से भागीदारी करते हैं।

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